सिक्किम फेमस है अपने टूरिस्ट अट्रैक्शन के लिए खास कर गर्मियों के मौसम में जब पूरे भारत में चिलमिलाती धुप पड़ती है तब सिक्किम में मनमोहक गिरती हुयी बर्फ की फुहारे और बादलो की धुंध साथ में रिमझिम बरसती बारिश की बूंदो का मनमोहक परिदृश्य दूर दूर के पर्यटकों को अपनी तरफ खींच लाती है ।
नमस्कार प्रिय पाठको आगे इस लेख में आप जानेगे सिक्किम कब जाना चाहिए ? सिक्किम की यात्रा कैसे करे ? सिक्किम कैसे पहुंचे ? सिक्किम में घूमने की जगह कौन कौन सी है और अंत में हम आपको बताएँगे सिक्किम घूमने का खर्च कितना लग जायेगा ? तो इन सभी सबालो के जबाब पाने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़े ।
सिक्किम के बारे में जानकारी के लिए बता दू की ये भारत का एक छोटा सा राज्य है इसकी राजधानी पूर्वी सिक्किम में स्थित गंगटोक है । सिक्किम राज्य में केवल चार जिले है जो इस प्रकार है –
- उत्तरी सिक्किम का हेड क्वाटर Mangan
- दक्षिणी सिक्किम का हेड क्वाटर Namchi
- पूर्वी सिक्किम का हेड क्वाटर Gangtok
- पश्चिमी सिक्किम का हेड क्वाटर Geyzing
सिक्किम के सभी जिलों में कई सारे हिल स्टेशन , धार्मिक स्थल, मठ झील ,झरने नदिया बर्फीले पर्वत , snow fall , एडवेंचर एक्टिविटी , हिमालयन जंगली जानवर और शानदार प्राकृतिक सौंदर्य नज़ारे जो दूर दूर के शैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
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उत्तरी सिक्किम में घूमने वाली जगह
सिक्किम घूमने की शुरुआत इसकी राजधानी गंगटोक से करनी चाहिए जो की उत्तरी सिक्किम का हेडक्वाटर भी है – और अपना पहले दिन रुकने की व्यबस्था गंगटोक में ही करे यहाँ होटल 1 हजार से 1500 में बजट में आसानी से मिल जाते है ।
नार्थ सिक्किम को explore करने के लिए भारत सरकार की guideline के मुताबिक यहाँ घूमने के लिए पास बनबाना अनिवार्य होता है जो की ट्रेवल एजेंसी बाले बड़े आराम से बनवाकर दे देता है।
चलिए जानते है सिक्किम में घूमने लायक जगहों के बारे में –
1. लाछून
इन पहाड़ो को देखने का सुकून कुछ अलग ही होता है स्पेशली यहाँ के घर लकड़ी से बने हुए ट्रेडिशन कलर फुल होते है अगर आप बड़े शहरो में पले बढे है और ऊँची इमारतों में रहते है तो आपको यहाँ लगेगा की की आप समय के बहुत पीछे चले गए है ।
क्योंकि यहाँ आज भी यहाँ मोबाइल नेटवर्क नहीं है आप यहाँ जायेंगे तो सिर्फ नेचुरल वातावण का खूब एन्जॉय करेंगे और अपने जीवन की मोह माया सब भूल जायेंगे क्योंकि सिक्किम में प्रकृति का बसेरा है
2. काला पत्थर
![A to Z] सिक्किम में घूमने की जगह | sikkim tourism sikkim](https://makebharat.com/wp-content/uploads/2022/04/sikkim.jpg)
डोंगमार के रास्ते और लाचेन से पहले काला पत्तर नाम की एक जगह पड़ती है जो हिमालय की बर्फीली पहाड़ियों से ढंकी हुयी होती है और उसके सिखर में झिलमिल झलकती काली चट्टानें आपने बाले टूरिस्टो को खूब पसंद आती है ।
जानकारी के लिए बता दू की काला पत्थर में ऑक्सीजन लेवल बहुत कम है जिसके कारण कम ही टूरिस्ट यहाँ रुकते है थोड़ा सा रूककर वहां से जल्द ही अपने अगले गंतव्य के लिए प्रस्थान करे ।
कला पत्थर फोटोग्राफी के लिए शनदार प्लेस है यहाँ से हिमालय की खूबसूरत पिक्चर अपनी गंगटोक टूर की यादो के रूप में कैद कर सकते है ।
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3. लाचेन
गंगटोक से लाचेन के लिए सुबह ही निकले क्योंकि घूमओदार पहाड़ो के रास्ते और ट्रैफिक और साथ में बर्फवारी की बजह से लगभग 4 घंटे लग जाते है लेकिन इस सफर के रास्ते में कई खूबसूरत नज़ारे देख़ने को मिलेंगे जो आपकी सारी थकान पहुंचते ही दूर हो जाती क्योंकि वहां का अद्भुत प्राकृतिक दृश्य काफी मनमोहक लगते है ।
4. गुरडोंगमार लेक
डोंगमार लेक के आस पास का प्राकृतिक वातावरण इतना सौंदर्य है की मानो वक्त ठहर सा जाये ।
इसका नीला गगन जैसा पानी और चारो तरफ से हिमयन पर्वतो से घिरी हुयी यह झील किसी जन्नत से कम नहीं है ।
सिक्किम के गंगटोक जिला का सबसे प्रसिद्द पर्यटन स्थल गुरडोंगमार लेक है जो की समुद्र तल से 17800 फिट की फिट की ऊंचाई पर स्थित है गंगटोक से गुरुडोंगमार लेक की दूरी 190 किलोमीटर हिमालय में स्थित सभी झीलों में सबसे अलग है।
सर्दियों के मौसम में पूरी झील बर्फ की चट्टान बन जाती है लेकिन उसका एक हिस्सा कभी भी बर्फ में तब्दील नहीं होता चाहे जितना भी ठंडी हो ।
इस झील को हिन्दू और बौद्ध धार्मिक दृष्टि से भी जोड़ा जाता है कहते है 8 वी शताब्दी में वहां के लोगो को जीवन जीने के लिए पानी का बहुत आभाव था । जब गुरू नानक वहां से अपनी यात्रा कर रहे थे तो वहां के लोगो ने उनसे पानी के लिए पुकार लगायी तभी उन्होंने अपने एक हाँथ से झील को स्पर्श किया और बर्फ पिघल गयी और आज तक उस हिस्से में कभी बर्फ नहीं जमती ।
5. युमथांग वैल्ली
यह वैल्ली फूलो की घाटी है यहाँ फरवरी से मध्य जून के बीच लगभग 24 प्रकार के हिमालय फूल खिलते है इसके साथ ही पहाड़ो के मध्य हरे भरे घास के मैदान और झरने नदिया सिक्किम आने बाले पर्यटकों के लिए युमथांग वैली अपनी इन सुंदरता के बजह से आकर्षण का केंद्र बनी हुयी है ।
6. जीरो पॉइंट
समुद्र तल से 15 हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित जीरो पॉइंट जो जाना जाता है अत्यधिक स्नोफॉल के लिए सर्दियों में यहाँ का टेम्प्रेचर काफी ज्यादा माइनस में होता है ।
जीरो पॉइंट जाने बाले ज्यादातर टूरिस्ट ऊपर तक नहीं पहुंच पाते कारण यह है की ठण्ड इतनी ज्यादा होती है की वहां तक पहुंचना संभव ही नहीं होता और हाँथ पांव सही तरीके से काम नहीं करते ।
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दक्षिण सिक्किम में घूमने लायक जगह
1. नामची
दक्षिण सिक्किम जिला का हेडक्वाटर नामची का उल्लेख महाभारत काल में भी है यहाँ का सोलोफोक हिल पर स्थित चारधाम यानि की इस स्थान पर भारत के सभी हिन्दू तीर्थ स्थानों को एक साथ बनाया गया है ।
![A to Z] सिक्किम में घूमने की जगह | sikkim tourism sikkim photo](https://makebharat.com/wp-content/uploads/2022/04/sikkim-photo.jpg)
अगर आप भारत में एक ही जगह पर सभी हिन्दू तीर्थो की यात्रा करना चाहते है तो सिक्किम के नामची जाकर अपनी तीर्थ यात्रा पूरी कर सकते है।
इसका वर्णन महाभारत उल्लेख में किया गया है महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले अर्जुन भगवान शिब की इसी स्थान पर पूजा की थी जिससे उन्हें युद्ध में जीत हासिल हुयी ।
नाम्ची के इस स्थान पर वृन्दावन धाम के जैसे जीवंत लगनी बाली भगवान् शिव की 87 फिट ऊँची मूर्ती है और इसके आस पास कई और भी मूर्तिया बनाई हुयी है ।
2. रवांगला
भीड़ भाड़ की दुनिया से प्रकृति की सुंदरता में कुछ यादगार लम्हो भरा सुकून जीवन पाने के लिए सिक्किम के दक्षिणी भाग में स्थित रवांगला बेस्ट बिकल्प हो सकता है क्योंकि यहाँ के पर्वत और बादलो का मनमोहक दृश्य के साथ साथ भगवान् बुद्ध की 130 फिट प्रतिमा पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है ।
4. Titenic view poin sikkim
कश्मीर की वादियां और सिक्किम के हिमालयन व्यू पॉइंट दुनिया में काफी लोकप्रिय है घने जंगलो एवं विशाल ऊँचे ऊँचे पर्वतो और बदलो की धुंध के साथ रंग बिरंगी सूरज की किरणे देखते ही मन में विचार प्रकट होता है मनो जन्नत में है कुछ ऐसा ही नजारा है इस व्यू पॉइंट का ।
5. चाय की बागान
वैसे तो चाय की बागानों के लिए भारत में असम और पश्चिम बंगाल स्थित दार्जीलिंग बहुत ही प्रसिद्द है लेकिन सिक्किम में भी चाय की भरपूर खेती की जाती है ।
दोस्तों जब भी सिक्किम में घूमने की जगह देखने जाये तो वहां चाय के बागो में बैठ कर मीठी चाय की चुस्की लेना बिलकुल भी मिस न करे ।
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पूर्वी सिक्किम के पर्यटन स्थल
east sikkim की सभी जगहों को एक दिन में बड़े आराम से घूम सकते है क्योंकि ये सभी जगह 50 किलोमीटर के दायरे में एक ही रोड पर स्थित है जिसके कारण इन्हे कम समय में घूमना बहुत आसान होता है ।
पूर्वी घूम कर वापस उत्तर सिक्किम में अगले दिन का अपना होटल बुक करे।
1. नाथुला पास
हिमालय की सुन्दर वादियों और बर्फ सफ़ेद चादरों से ढंके हुए ऊँचे ऊँचे बिशाल पर्वत नीचे जमी हुयी झीले यहाँ बाले पर्यटकों को खूब रास आती है
भारत और चीन की सीमा शेयर करने बाला नाथुला पास प्रसिद्द है अपने प्राकृतिक सुंदरता झरने , बर्फ बारी हिमालयन वन्यजीव जिन्हे आप घूमते हुए देख सकते है यहाँ का अधिकतम तापमान गर्मियों के समय 15 डिग्री तक होता है इसीलिए यहाँ हर मौसम में बर्फ का एन्जॉय करने के लिए भारतीय पर्यटक दूर दूर से आते है ।
नाथुला पास घूमने के लिए सिर्फ भारतीयों को अनुमति दी जाती है यहाँ किसी दुसरे देश के विदेशी शैलानियों का जाना सख्त मना है ।
नाथुला पास घूमने का सबसे बेस्ट समय गर्मियों का होता है अगर आप सर्दियों में यहाँ घुमने जाते है तो कुछ रास्ते बर्फबारी ज्यादा होने के कारण से बंद कर दिए जाते है इसीलिए आप यहाँ मार्च के बाद जाये ।
2. छंगू लेक Tsomgo lake
नाथुला पास के रास्ते में ही पड़ता है चंगु लेक जो गंगटोक से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसमें पानी हिमालय के ग्लेसियर के पिघलने से आता है और सर्दियों के मौसम में पूरी तरह से बर्फ बन जाता है और वो परिदृश्य बाकई लाजबाबा होता है ।
चंगु लेक के पास याक राइड का भी आनंद उठा सकते है ।
3. चुंगथांग डैम
गंगटोक और लाचुन के बीच पड़ता है चुंगथाना जो हिमालयन ग्लेशियर पानी स्टोर करने के लिए बनाया गया है यहाँ भी कुछ समय रुककर अपनी सिक्किम यात्रा को एन्जॉय कर सकते है ।
4. zuluk
ज़ुलुक मंत्रमुग्ध कर देने बाली प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है ऊंची ऊंची विशाल चोटिया जिनके आगे पेड़ पौधे सब बौने नजर आते है ज़ुलुक से कंचनगंगा पर्वत का मनमोहक दृश्य सबसे ज्यादा नजदीक दिखाई देता है ।
पूर्वी सिक्किम में घूमने के लिए जाने बाले पर्यटक ज्यादातर ज़ुलुक में ही अपना रुकने की ब्यबस्था करते है क्योंकि ये स्थान सिक्किम के अन्य टूरिस्ट प्लेस से सस्ता और काफी शानदार भी ।
5. नाथांग वैल्ली
पूर्वी सिक्किम का एक छोटा सा गांव नाथांग जो भारत और चीन के व्यापारिक मार्ग को जोड़ता है ये स्थान हनीमून पर आने बाले शैलानियों के बीच काफी पसंदीदा स्थान है दो प्यार के जोड़ो को एकांत वातावरण में अपने प्यार का इजहार करने के लिए नाथांग प्रसिद्द है ।
6. तीस्ता रिवर
सिक्किम में तीस्ता नदी की रिवर राफ्टिंग जैसी एक्टिविटी का आनंद उठाना चाहते है तो वहां की हिमालयन तीस्ता नदी में रिवर राफ्टिंग जैसी सुबिधा मिल जाएगी ।
7. रोपवे Ride
सिक्किम घूमने जाये और वहां की केवल कार का लुप्त न उठाये ऐसा हो ही नहीं सकता क्योंकि ये राइड को करने के बाद आपको समझ आएगा की आप पूरे सिक्किम को एक्स्प्लोर कर चुके है क्योंकि रोपवे में बैठकर जो हिमालय का अद्भुत दृश्य दिखाई दता है वो कही और से नहीं ।
तो दोस्तों जब भी आप सिक्किम टूर पर कभी जाये तो वहां की केवल कर का आनंद जरूर उठाये ।
8. सेवन सिस्टर वॉटरफॉल
![A to Z] सिक्किम में घूमने की जगह | sikkim tourism sikkim waterfall](https://makebharat.com/wp-content/uploads/2022/04/sikkim-waterfall.jpg)
गंगटोक में तो हर जगह झील झरने देखने को मिल जाते है लेकिन ये झरना 7 धारयो में बहता है इसका पानी का फ्लो जब नीचे की तरफ गिरता है तो छोटी छोटी बूंदो के रूप में आस पास के वातावरण में उड़ने लगता है जो धुंध के सामान दिखाई देता है।
पश्चिमी सिक्किम पर्यटन स्थल
1. Peeling
पीलिंग शहर का सबसे प्रमुख स्थान sky walk जैसा की आपने कभी न कभी पहाड़ो में कांच की ब्रिज में चलते हुए फिल्मो में देखा होगा ये ठीक वैसा ही ब्रिज सिक्किम के पीलिंग में बना हुआ है इस कांच के ब्रिज में चलते हुए एक अलग ही अनुभव मिलता है कांच होने की बजह से पांव के नीचे पर्वतो को देख सकते है ।
इस ब्रिज से ऊपर पहुंचते ही भगवान बुद्ध की 137 ऊँची मूर्ती देखने को मिलेगी और इसके ऊपर से जो पहाड़ो का नजारा दिखता है वो काफी शानदार होता है ।
3. Khecheopalri lake
झील तक पहुंचने के लिए लकड़ी के बने हुए बेहतरीन रास्ते आपको मंत्रमुग्ध कर देगा कहते है इस पवित्र लेक में दुनिया भर से श्रध्हलु यहाँ आते है और अपनी मुरादें पूरा करते है कहते है जो भी दर्शनार्थी इस लेक में आता है उसकी मांगी हुयी मुरादे जरूर पूरी होती है ।
प्रकृति प्रेमियों के लिए ये लेक किसी स्वर्ग से कम नहीं है इस लेखे की खास बात है की इसके चारो तरफ हराभरा जंगल होने के बाबजूद भी इसमें एक भी पत्ता नहीं गिरता माना जाता है की जब भी कोई पत्ता इस पवित्र जल में गिरता है तो तुरंत पंछी उस पत्ते को उठा ले जाते है ।
4. कंचनजंगा फाल water fall
सिक्किम के सबसे बड़े वॉटरफॉल में से एक कंचनजंगा झरना जो लगभग 120 फिट की ऊंचाई से गिरता हुआ पानी की जलधारा और आस पास के पहाड़ो के नज़ारे देखकर मनो कुछ पल के लिए वक्त थार सा जाये ऐसा महसूस होता यही।
5. Rabdentse
घने जंगलो के बीच पक्षियों के शोर गुल और उनकी मनमोहक आवाज दिल को छू लेने बलि वादियां के बीच से गुजरता हुआ रास्ता हमें rabdesntse पहाड़ी के सिखर तक ले जाता है ।
और वहां स्थित है खँडहर में तब्दील हु चूका हजारो बर्षो पुराना किला जो इतिहास के पन्नो में अमिट हो चूका है उसे देखने के लिए जा सकते है ।
यदि आप फोटोग्राफी के शौकीन है तो इस जगह से आपको सिक्किम की खूबसूरत भरी यांदो की तस्वीर अपने कैमरे में कैद करने की लिए मिल जाएगी ।
6. Singshore bridge
एशिया का दूसरा सबसे ज्यादा ऊँचा हैंगिंग ब्रिज सिक्किम के पीलिंग से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर दो हिमालयन पहाड़ो को जोड़ने का काम करता है जो की आज के समय में सिक्किम के पर्यटन स्थलों में से एक है ।
जिस तरह हरिद्वार में laxman झूला बनाया गया ठीक वैसे ही सिक्किम में इस झूले का निर्माण किया गया इसके ऊपर से माउन्ट एवेरेस्ट का बेहद शनदार परिदृश्य दिखाई देता है जिसका अनुभव करने के लिए अत्यधिक मात्रा में पर्यटक सिक्किम के इस ब्रिज में फोटोग्राफी करवाने में के लिए जाते है ।
7. Goechala trecking
यदि आप सिक्किम में कैम्पिंग और एडवेंचर एक्टिविटी जैसी जगह ढूंढ रहे है तो ये स्थान आपके लिए बेस्ट है यहाँ ट्रेकिंग के साथ साथ पर्वतो के नज़ारे और झील , झरने और प्रकृति की चमकती हसीन वादियां के बीच कैंपिंग और वहां का प्रसिद्द बोन फायर जैसी और भी कई एक्टिविटी करने के लिए मिल जाएँगी ।
सिक्किम घूमने का सही समय क्या है?
सिक्किम की यात्रा पर जाने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से लेकर फरवरी तक का होता है क्योंकि इस मौसम में वहां पर होटल का किराया भी कम होता है और ज्यादा ट्रैफिक भी देखने को नहीं मिलता और इस समय सर्दियों में बर्फवारी भी भरपूर होती है जिससे एडवेंचर एक्टिविटी का भी आनंद उठाया जा सकता है ।
यही अगर हम बात कर की गर्मियों के समय सिक्किम में सबसे ज्यादा टूरिस्ट आते है लेकिन इस मौसम में ज्यादा बर्फ़बारी देखने को नहीं मिलती और साथ में भीड़ भाड़ के मौहल की बजह से होटल खर्च और घूमने का खर्च भी बढ़ जाता है इसीलिए सितम्बर से फरवरी तक सबसे बेस्ट समय सिक्किम घूमने के लिए होता है ।
सिक्किम टूर प्लान कितने दिन का करे ?
दोस्तों सिक्किम राज्य में 4 जिले है और इसके एक जिला को घूमने में कम से कम 5 दिन लग जाते है क्योंकि सभी स्थान दूर – दूर पर स्थित है और पहाड़ी इलाका होने के कारण बहुत ही घूमओदार रास्ते होते है जिसमे कभी कभी केवल 10 किलोमीटर दूरी तय करने के लिए 4 घंटे भी लग जाते है इसीलिए केवल एक जिला को घूमने के लिए आपके पास कम से कम 5 दिन का समय होना चाहिए ।
सिक्किम कैसे घूमे ?
- दोस्तों सिक्किम घूमने के लिए अगर आप ट्रेवल एजेंसी से टूर पैकेज लेकर घूमते है तो इसमें आपको काफी सहूलियत होगी क्योंकि north सिक्किम में घूमने के लिए गवर्नमेंट द्वारा पास की जरूरत पड़ती है । यदि आप ट्रेवल एजेंट के द्वारा घुमते है तो वो पास वही बनबा देते है ।
- दूसरा बिकल्प है आप गंगटोक या नामची पहुंचकर अपने लिए एक किराये पर बाइक ले सकते है जिसमे २ लोग बैठ कर अपने मनपसंद सिक्किम में घूमने की जगह को एक्स्प्लोर कर सकते है ।
बाइक का चार्ज अलग अलग गाड़ियों के अलग रेट होते है For example- अगर आप स्कूटी लेते है तो उसका चार्ज 600 से 700 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से किया जाता है ।
- तीसरा बिकल्प है आप वहां पहुंचकर खुद से एक कार बुक कर ले वो आपको सिक्किम मेघुमने वाली जगहों को अच्छे तरीके से Explore करवा देगा ।
सिक्किम घूमने का खर्च
दोस्तों जानकारी के लिए बता दू की सिक्किम राज्य चार जिलों में बटा हुआ है और उन सभी distrct में घूमने के लिए कई सारे पर्यटन स्थल मौजूद है जिन्हे एक साथ में घूमना बहुत मुश्किल पड़ जायेगा क्योंकि उसमे काफी ज्यादा समय लग जायेगा जो की लगभग सभी स्थानों को अच्छे तरीके से घूमने में कम से कम 15 दिन लग सकते है।
और उसका कुल खर्च बहुत ज्यादा हो जायेगा इसीलिए ये आपके अपने बजट के अनुसार कुछ प्लेस को कवर कर सकते है जैसे की सिक्किम की राजधानी गंगटोक के आस की सभी स्थानों को घूमने और होटल खर्च , खाने पीने के अलाबा ट्रांसपोर्टेशन खर्च का लगभग प्रतिव्यक्ति 8 हजार रूपए तक लग जायेगा ।
इसके अलाबा यदि आप एडवेंचर एक्टिविटी का लुप्त उठाते है वो अलग से चार्ज हो सकता है ।
सिक्किम कैसे पहुंचे ?
दोस्तों अगर आप सिक्किम की यात्रा पर जाने का बिचार बना रहे है और आपको नहीं पता की सिक्किम कैसे पहुंचे तो ये लेख आपको गंगटोक तक पहुंचने में मदत करेगा –
ट्रैन से सिक्किम कैसे पहुंचे
ट्रैन का सफर करके सिक्किम पहुंचने बाले यात्रियों को इसका नजदीकी रेलवे स्टेशन New jalpaiguri रेलवे स्टेशन है जो लगभग भारत के सभी प्रमुख शहरो जैसे- दिल्ली , मुंबई , हैदराबाद , भोपाल इत्यादि शहरो से डायरेक्ट ट्रैन मार्ग से जुड़ा हुआ है ।
लेकिन यदि आपके सिटी से इस स्टेशन तक कोई ट्रैन उपलब्ध नहीं तो हावड़ा पहुंचकर New jalpaiguri के लिए ट्रैन पकड़ सकते है ।
New jalpaiguri से गंगटोक की दूरी महज 125 किलोमीटर पड़ती है जो बया टैक्सी या बस के द्वारा तय करने पड़ती है जो की रेलवे स्टेशन के बाहर से ही आसानी से मिल जाती है ।
वायु मार्ग से सिक्किम कैसे पहुंचे ?
दोस्तों यदि आप बया फ्लाइट सिक्किम तक पहुंचना चाहते है तो इसका नजदीकी एयरपोर्ट बागडोगरा एयरपोर्ट है जो की पश्चिम बंगाल में पड़ता है और वहां से गंगटोक की दूरी 125 किलोमीटर है ।
यानि की बागडोगरा से भी बया बस के माध्यम से सिक्किम पहुंचना पड़ेगा ।
मै आशा करता हु सिक्किम में घूमने की जगह यानि की सिक्किम टूरिज्म की यह जानकरी जैसे सिक्किम कब जाना चाहिए , सिक्किम की यात्रा कैसे करे , सिक्किम जाने का सही समय कौन सा होता है और सिक्किम में कहाँ कहाँ घूमे इन सभी सबालो के जबाब आपको मिल गए होंगे अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे ।
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