भारत का प्रसिद्ध हिल स्टेशन और मेघालय की राजधानी शिलांग घूमने का विचार बना रहे हैं तो आपको यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ना चाहिए जिससे आपको शिलांग में घूमने की जगह को एक्सप्लोर करने में सहूलियत मिलेगी।
प्रकृति प्रेमी पर्यटकों के लिए शिलांग भारत के सबसे उम्दा जगहों में से एक है यहां की हसीन वादियां, हरी-भरी घाटियों से छोटी-छोटी जलधारा के रूप में बहते हुए झरने थोड़ी थोड़ी दूर पर झीलों का निर्माण करते हैं। और यही मनमोहक दृश्य इसे बेहद खास बनाते हैं ।
गर्म प्रदेशों में निवास करने वाले लोगों के लिए शिलांग ग्रीष्म काल में घूमने का सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि जब पूरे भारत में मई जून के महीने में भीषण गर्मी पड़ रही होती है तो यहां का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 24 डिग्री सेल्सियस तक होता है और इसी का लुफ्त उठाने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक दोस्तों तथा परिवारजनों के साथ अपनी यादगार छुट्टियां इंजॉय करने के लिए आते हैं।
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शिलांग में घूमने की जगह
शिलांग यात्रा पर जाने वाले सैलानियों को वहां का प्रसिद्ध पुलिस बाजार से शेयरिंग टैक्सी, प्राइवेट कार और किराए पर बाइक बड़े आसानी से मिल जाता है जिससे शिलांग घूमना बेहद आसान हो जाता है आइए जानते हैं यहां के पिकनिक स्पॉट की लिस्ट-
1. उमियाम लेक
उमियम नदी पर बनाया गया यह मानव निर्मित झील किसी अफसरों की वादियों से कम नहीं है यहां घूमना निश्चित रूप से अपने आप को एक लुभावना अनुभव प्रदान करता है ।
शायद इसीलिए टूरिस्ट अपनी शिलांग पिकनिक यात्रा की शुरुआत यहीं से प्रारंभ करते हैं अगर आप भी पानी में होने वाली गतिविधियों और खेलों का आनंद लेना चाहते हैं तो शिलांग के इस खूबसूरत झील का टूर प्लान अवश्य कर सकते हैं
अपने पिकनिक को रोमांचकारी बनाने के लिए आप चाहे तो यहां कयाकिंग नाव की सवारी, वाटर साइकलिंग, स्कूटरिंग जैसे और भी मजेदार पानी में होने वाले खेलों का आनंद ले सकते हैं।
2. एलीफेंट वाटर फॉल
शिलांग अपने प्राकृतिक सुंदरता की वजह से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है यहां कई ऐसे प्राकृतिक झरने मौजूद है जो अपने आप में बेहद खास है उन्हीं में से एक है एलीफेंट जलप्रपात
शिलांग यात्रा इस जलप्रपात के बिना अधूरी रह जाती है पहाड़ों के ढलान चट्टानों के कई स्तरों से होकर गिरता हुआ ए झरना आपके पिकनिक को बेहद रोमांचकारी बना देता है।
यहां तक पहुंचने का रास्ता थोड़ा परेशानी का सबब बन सकता है लेकिन जब आप इसके करीब पहुंचेंगे और चट्टानों से गिरते हुए पानी की झिलमिल जलधारा को देखेंगे तो सचमुच आपको सुखद अनुभव का एहसास होगा और यात्रा के दौरान हुई सारी थकान कुछ ही पलों में मिट जाएगी।
3. वर्ड्स लेक
शहर के बीचो बीच स्थित शिलांग का वर्ड्स लेक स्थानीय लोगों का पसंदीदा स्थान है हरी-भरी घाटियों के बीच फूलों का बगीचा, पानी के फव्वारे, झील में नौका विहार और साथ में यहां का स्ट्रीट फूड लोगों को बहुत पसंद आता है।
तो आप भी अपने शिलांग घूमने की जगह के सूची में इस स्थान को शामिल कर सकते हैं।
जैसा कि हमने आपको ऊपर लेख ने बताया कि शिलांग झीलों का शहर है और इसी के अनुरूप यहां बहुत सारी प्राकृतिक और कृत्रिम झीलें मौजूद हैं उन्हीं में से एक वर्ड्स लेक जो पर्यटकों को वोटिंग करने के लिए आकर्षित करता है ।
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4. लैटलम कैन्यन घाटी
शिलांग के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक लैटलम कैन्यन घाटी पूर्वी खांसी पहाड़ियों पर स्थित है शिलांग घाटियों का सबसे अच्छा मनोरम दृश्य प्रदान करता है इसकी दूरी शिलांग से लगभग 21 किलोमीटर दूर है।
यह पर्वतीय घाटी साइट सीन और ट्रेकिंग के लिए जानी जाती है यह स्थान परिवार, दोस्त यार तथा हाल ही में शादी के बंधन में बंधे नए जोड़ों के लिए शांतिपूर्ण स्थान है। यह घाटी ढलते हुए सूरज की रंग-बिरंगे केसरिया रंग की किरणें देखने का एक शानदार अनुभव प्रदान करती हैं तथा यह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर के लिए एक आदर्श स्थान है।
5. शिलांग पीक
समुद्र तल से 1965 मीटर की ऊंचाई बाली यह चोटी शिलांग का सबसे ऊंचा स्थान है यहां से पूरे शहर और हिमालय पर्वत का मनोरम दृश्य दिखाई देता है इसके साथ साथ ही भारत का पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश को भी यहां से दूरबीन के माध्यम से आसानी से देखा जा सकता है और यहां की खूबसूरत बादलों कि धुंध पहाड़ों को और भी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं।
यह स्थान भारतीय वायुसेना के अंतर्गत आता है इसीलिए इस माउंटेन के शिखर तक पहुंचने के लिए वायु सेना के द्वारा सुरक्षा कारणों से भारी चेकिंग की जाती है और टूरिस्ट को अपने साथ लिए हुए कैमरे को जमा करने के लिए कहा जाता है।
6. डॉन बॉस्को म्यूजियम एयरफोर्स म्यूजियम
अपनी सात मंजिला के साथ बना यह इमारत उत्तर पूर्व भारत की संस्कृति, परंपरा तथा वहां निवास करने वाले लोगों के जीवन की रूपरेखा को यह संग्रहालय बड़ी खूबसूरती के साथ प्रदर्शित करता है।
अगर आप मेघालय राज्य में निवास करने वाली जनजातियों की जीवन शैली ,वास्तु शिल्प कला और उनके रहने के ढंग को बखूबी जानना चाहते हैं तो आपको डॉन बॉस्को म्यूजियम शिलांग यात्रा के दरमियान एक बार जरुर विजिट करना चाहिए यहां आपको पूर्वी भारत के कल्चर को चित्र तथा झांकियों के माध्यम से देखने के लिए मिल जाएगा।
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7. खासी विरासत गांव
शिलांग में जनजातियों के संस्कृति, परंपरा और जीवन शैली का अनुभव करने के लिए खांसी हेरिटेज विलेज से अच्छी कोई और जगह नहीं है।
इस गांव की यात्रा आपको यहां निवास करने वाले लोगों के रूप रंग जीवन शैली , पहनने और बसने के निवास स्थान के साथ-साथ उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले वस्तुओं तथा रसोईया नाच गाने और सभ्यता को देखने का एक अवसर प्रदान करता है।
8. शिलांग व्यू प्वाइंट
शिलांग व्यू प्वाइंट में ₹30 की एंट्री फीस देकर आप यहां से पूरे शहर का नजारा देख सकते हैं और यहां से शिलांग सिटी के दिल को छू लेने वाली वादियां दिखाई देती हैं साथ में बादलों का दृश्य और भी मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।
अगर आप चाहें तो यादों के तौर पर यहां ट्रेडिशनल ड्रेस में फोटो कैप्चर करवा सकते हैं।
9. मैरी का कैथेड्रल ईसाइयों की सहायता ( Cathedral of Mary Help of Christians )
यह चर्च शिलांग का प्रमुख धार्मिक स्थल है प्रकृति के शांत वातावरण में बसा हुआ है स्थान अध्यात्म का एक संगम है।
इस चर्च का नाम काफी बड़ा है उसी के अनुरूप के काफी बड़े एरिया में फैला हुआ है शिलांग वैली का पीसफुल है और पूरा स्काई ब्लू कलर में है साथ ही यहां से खूबसूरत ब्लू भी आपको मिलता है।
10. नोहसंगिथियांग जलप्रपात
भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक नोहसंगिथियांग शिलांग से लगभग 57 किलोमीटर और चेरापूंजी से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह झरना 1033 फिट की ऊंचाई से गिरता है जो 7अलग-अलग धाराओं में विभाजित हो जाता है जिसके कारण इसे सेवन सिस्टर वाटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है।
मन को प्रफुल्लित कर देने वाले इस जलप्रपात तक तो नहीं पहुंचा जा सकता लेकिन थोड़ी दूर खड़े होकर घाटियों से ही इसकी झिलमिल पानी की धाराओं को देखा जा सकता है और इसके आसपास का वातावरण और यहां का मौसम इसे और भी लाजवाब बनाता है।
11. तितली संग्रहालय
तितली संग्रहालय इस शहर का सबसे मशहूर दर्शनिक स्थल में से एक है यहां जीवित तितलियों के साथ-साथ पतंगों , भृंगों और अन्य कीड़ों का एक व्यापक संग्रह है जिसे व्यवसायिक उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता है। इन बटरफ्लाई की अलग-अलग प्रजातियों की खेती की जाती। इनके संरक्षण के लिए समय-समय पर कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं खासकर के यदि अब बच्चों के साथ शिलांग की यात्रा कर रहे हैं तो आपको यहां अनिवार्य रूप से इस जगह को विजिट करना चाहिए।
12. मावलिननॉन्ग
मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स में शिलांग से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है एक छोटा सा गांव जिसे एशिया महाद्वीप का सबसे स्वच्छ और खूबसूरत गांव होने का दर्जा प्राप्त है।
मावलिननॉन्ग की हरी-भरी घाटियां के मध्य नदियों का क्रिस्टल स्वच्छ पानी, आसपास के झरने, सुगंधित फूल और स्वच्छ सड़कें निश्चित रूप से इसे भारत का सबसे अच्छा टूरिस्ट प्लेस बनाते हैं। अगर आप शिलांग मानसून के दौरान घूमने के लिए जाते हैं तब आप यहां स्वर्ग जैसा महसूस कर पाएंगे।
13. पुलिस बाजार
यदि आप शिलांग की यात्रा कर रहे हैं तब वहां ठहरने की सबसे उपयुक्त जगह पुलिस बाजार है क्योंकि वहां की जितने भी शिलांग में घूमने लायक जगह हैं उन सभी प्लेस को विजिट करने के लिए टैक्सी की सुविधा यहीं से उपलब्ध होती है। इसके अतिरिक्त पुलिस बाजार यहां का प्रसिद्ध मार्केट है जहां शिलांग के पारंपरिक कपड़े, ज्वेलरी और हस्तशिल्प, स्ट्रीट फूड (प्रसिद्ध स्थानीय व्यंजन ) जैसी और भी अन्य चीजें उपलब्ध है जो यहां से अपने चाहने वालों के लिए उपहार के तौर में खरीदारी कर सकते हैं।
14. डेविड स्कॉट ट्रेल
शिलांग का सबसे लोकप्रिय ट्रैकिंग मार्ग डेबिट स्कॉट है जो लगभग 16 किलोमीटर लंबा है। यह मावफलांग गांव से लाड मावफलांग विलेज तक फैला है। यह दोनों गांव अपने ऐतिहासिक सांस्कृतिक और लोक कथाओं के लिए जाने जाते हैं
घुमावदार ट्रैकिंग का पूरा रास्ता प्राकृतिक परिदृश्य का भंडार है जो जीवन भर की यादगार के साथ गुजरता है इसके रास्ते में जंगल, झरने, नदियां, चट्टाने और प्राकृतिक वादियां आने वाले सैलानियों को अपनी सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देते हैं। शिलांग हिल स्टेशन आने वाला हर पर्यटक इसे देखने से बिल्कुल भी मिस नहीं करते।
15. सोहपेटबनेंग
खांसी समुदाय के लोगों का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सोहपेटबनेंग उमियाम झील से लगभग 8 किलोमीटर दूर है । हरी-भरी घाटियां और मन को सुकून पहुंचाने वाले ट्रैकिंग रास्ते में स्थित है जहां से झील का अद्भुत नजारा दिखाई देता है।
इस जगह के बारे में स्थानीय लोक कथा भी जुड़ी हुई है कहा जाता है यह एक प्राकृतिक सेतु है जो पृथ्वी और स्वर्ग को जोड़ती है। लेकिन अब यह टूट चुकी है। यहां हर वर्ष फरवरी महीने के दूसरे रविवार को तीर्थ यात्रा निकाली जाती है जिसमें पूर्वी भारत के अनेकों पर्यटक पहुंचकर इस यात्रा को सफल बनाते हैं।
16. दावकी नदी में बोटिंग
शिलांग घूमने के दौरान दावकी नदी के क्रिस्टल जल में नौका विहार का अनुभव उठा सकते हैं।
FAQ – शिलांग के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न ?
शिलांग जाने वाले यात्रियों के के द्वारा पूछे जाने वाले यह तीन प्रमुख सवाल जरूर होते हैं जिनके उत्तर नीचे बताए गए-
Q.1 शिलांग कब जाना चाहिए ?
शिलांग घूमने का सबसे उपयुक्त समय अप्रैल से जुलाई के बीच का होता है क्योंकि इस समय यहां का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस तक होता है। जब पूरे भारत में गर्मी पड़ रही होती है तो शिलांग में हसीन वादियों के बीच तरोताजा कर देने वाली ठंडी हवाएं पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
Q. 2 शिलांग में ठहरने की व्यवस्था ?
शिलांग के पुलिस बाजार के आसपास हर बजट के होटल मौजूद हैं ज्यादातर पर्यटक यहीं पर अपनी ठहरने की व्यवस्था इसी जगह बनाते हैं क्योंकि यहां से आसपास के पर्यटन स्थलों को घूमने में सहूलियत होती है कारण यह है कि यहां से सभी प्रकार की ट्रांसपोर्टिंग सुविधा जैसे प्राइवेट टैक्सी ,शेयरिंग टैक्सी , और किराए पर बाइक आसानी से मिल जाते हैं.
Q.3 शिलांग कैसे पहुंचे ?
शिलांग पहुंचने का आपका माध्यम चाहे बस, ट्रेन ,या फिर हवाई जहाज हो सबसे पहले गुवाहाटी आना चाहिए क्योंकि यह भारत के प्रमुख बड़े शहरों से यातायात सुविधाओं सेअच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। गुवाहाटी से की 97 किलोमीटर है यहां से की दूरी शेयरिंग टैक्सी और बस का दिन भर आवागमन होता रहता हैं जो कि 200 से 500 देकर आसानी से 3 घंटे में पहुंचा देते हैं ।
अंतिम लाइन
आशा करता हूं आपको शिलांग के पर्यटन स्थल की सूची पसंद आई होगी जिसमें शिलांग में घूमने वाली सभी जगहों को एक्सप्लोर किया गया है। शिलांग किसकी राजधानी है
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