भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित नाशिक महलों, पहाड़ों, वादियों, घाटियों और प्राचीन पौराणिक इतिहासों के लिए दुनिया भर के पर्यटक को के बीच लोकप्रिय है इसलिए नासिक में घूमने की जगह देखने के लिए विभिन्न प्रांतों से साल भर पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है
तो चलिए आज के लेख में है मैं आपको नासिक की सैर कराने के लिए ले चल रहा हूं जिसमें आपको नासिक के पर्यटन स्थल घूमने से लेकर नाशिक कैसे पहुंचे, नासिक कब जाना चाहिए, वहां रुकने और खाने की क्या व्यवस्था है और अंत में अभी बताऊंगा कि नासिक घूमने का कुल खर्च कितना लग सकता है तो आप से अनुरोध है कि इसे अंत तक जरूर पढ़ें।
कई प्रसिद्ध ऋषि-मुनियों की तपोस्थली भूमि रह चुकी इस धार्मिक नगरी में इसी के अनुरूप इसके पर्यटन स्थल भी हैं ।
नासिक जिले में स्थित पंचवटी और तपोवन भगवान श्री राम के वनवास काल का एक अहम हिस्सा रह चुका तथा यही वो स्थान है जहां से रावण ने सीता हरण किया था और लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काटा गया था।
पर्वतों से घिरा हुआ यह क्षेत्र भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी गोदावरी का निर्माण करता है । ये उन चार शहरो में से एक है जहाँ प्रत्येक 12 वर्ष में विशाल कुंभ मेले का मेजबानी करता है ।
मैं आपकी यात्रा को सुखद सफल और मंगलमय बनाने की पूर्ण कामना करता हूं।
Table of Contents
नासिक में घूमने की जगह
चलिए जानते हैं आखिर नासिक में घूमने लायक कौन कौन कौन सी जगह है जहां सबसे ज्यादा पर्यटक घूमने के लिए जाते हैं-
1. ब्रह्मगिरि पर्वत

नासिक से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ब्रह्मगिरि पर्वत नासिक पर्यटन स्थल का प्रसिद्ध स्थान है ।
- इस पर्वत से कई छोटे-बड़े झरनों का उद्गम होता है और यही झरने आगे आने पर एक विशाल नदी का निर्माण करते हैं जिसे हम गोदावरी नदी के नाम से जानते हैं। इस नदी का उद्गम स्थल भी ब्रह्मगिरी पर्वत से ही होता है।
- यहां की हरी-भरी घाटियां और मन को छू लेने वाली वादियां और प्राकृतिक सुंदरता आने वाले सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।
- खासतौर पर बरसात के मौसम में अगर आप ब्रम्हगिरी पर्वत की यात्रा पर जाते हैं तो आपको एक अलग ही एक्सपीरियंस मिलेगा उस समय रास्ते में कई ऐसे झरने देखने को मिलेंगे जो काफी शानदार लगेंगे।
- पर्वत पर गोदावरी नदी को लाने के लिए महर्षि गौतम ने भगवान शिव की हजारों वर्ष घोर तपस्या की थी तब जाकर भगवान प्रसन्न होकर नासिक के इस पर्वत पर इस नदी को जन्म दिया इसीलिए इसके जनक महर्षि गौतम को ही माना जाता है।
दोस्तों अगर आप नासिक केआस पास घूमने की बेस्ट लोकेशन की तलाश में है उस कंडीशन में यह स्थान नासिक में घूमने वाली जगहों में पहले स्थान पर रखे क्योंकि यहाँ की यात्रा आपको एक लाइफटाइम एक्सपीरियंस देकर जाएगी।
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2. अंजनेरी हिल नासिक
चारों तरफ हरे-भरे घनघोर जंगलों से घिरा हुआ नासिक से 26 किलोमीटर दूर अंजनेरी हिल्स स्टेशन प्रसिद्ध है अपने ट्रैकिंग और हनुमान जी की जन्मस्थली के लिए जहां प्रतिदिन दूर-दूर से लोग इस सफर का आनंद लेने के लिए आते हैं।
- यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र पर्वत है जहाँ एक तरफ गहरी खायी और दुसरे छोर पर ऊँचे पर्वत श्रृंखलाएं और वहां स्थित खूबसूरत सरोवर है जो इसकी सुंदरता में चार चाँद लगा देता है ।
- झील के बारे में कहा जाता है कि भगवान हनुमान जी यहां पर अपने पैर रखे थे इसलिए यह झील उनके पैर के आकार की है ।
- इस स्थान का हिंदू धार्मिक ग्रंथों में बड़े सुंदर शब्दों में वर्णित किया गया है कहा जाता है कि अंजनेरी हिल पवन पुत्र हनुमान का जन्म स्थान है ।
- इतना ही नहीं यहाँ इस पहाड़ के ऊपर प्राचीन हनुमान मंदिर भी है जहाँ उनकी बचपन की मूर्ति स्थापित है वहां दर्शन के लिए जरूर जाये ।
- यहाँ दर्शन के साथ साथ प्राकृतिक सौंदर्यता का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
वैसे तो यहाँ कभी भी जा सकते है लेकिन यदि आप बरसात के मौसम में घूमने जाते है तो आपको रास्ते की हरियाली और पहाड़ो की धुंध सच में आपको खूब भाएगी ।
3. MTDC Boat Club
गोदावरी नदी पर बना गंगापुर बांध में महाराष्ट्र टूरिज्म के द्वारा स्थापित MTDC बोट क्लब में सभी प्रकार की पानी में होने वाली वाटर एक्टिविटी जैसे
- banana tube
- jet skiing
- bumper
- dragon boating
- kayaking
इसके अलावा यहां पर क्रूज स्पीड बोट का आनंद ले सकते हैं खासकर किसी पार्टी या फेस्टिवल के के शुभ अवसर पर और भी खास बनाने के लिए यहां की क्रूज बोट को बुक करके अपने फैमिली या दोस्तों के साथ event का भरपूर आनंद उठा पाएंगे।
अगर आप नाशिक के आस-पास रहते हैं तो एक बार यहां जरूर जाइएगा और देखिएगा कि हमारी गवर्नमेंट ने कितना खूबसूरत टूरिज्म बनाया है
इसके अलावा यहां का सनसेट और कैफे में विभिन्न व्यंजनों का टेस्ट ले सकते है ।
इन सभी बोट राइड की बुकिंग bookmyshow के माध्यम से कर सकते हैं अधिक जानकारी के लिए महाराष्ट्र टूरिज्म की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.maharashtratourism.gov.in/ में जाकर चेक कर सकते है ।
4. निर्मल गंगा अग्रोह Bird park

अपने जीवन के कुछ बेहतरीन पलों को इंजॉय करने के लिए निर्मल गंगा एग्रो लेकर आया है बर्डवाचिंग जहां लगभग 1000 प्रकार की देसी और विदेशी प्रजातियों के पक्षियों का बसेरा है
यह स्थान उन लोगों के लिए बहुत खास है जो भाग दौड़ भरी जिंदगी से प्रकृति से नाता तोड़ते जा रहे हैं एक बार उन्हें यहां जरूर विजिट करना चाहिए
यह स्थान आपको प्रकृति से रूबरू होने का अवसर प्रदान करता है हजारों प्रकार के पक्षियों की मधुर बोली सुनकर आनंद की अनुभूति होगी ।
5. अशोका वॉटरफॉल नासिक
सिटी से 59 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अशोका वॉटरफॉल नासिक में घूमने लायक जगह की दृष्टि से काफी बेहतरीन है
झरने का पानी जब 120 फीट की ऊंचाई से नीचे की तरफ गिरता है तो छोटी-छोटी बूंदों के रूप में आसपास के वातावरण में चारों तरफ बिखर जाता है और यहां आने वाले सैलानियों के माथे में पड़ता है तो उन्हें एक बार फिर से तरोताजा कर देता है।
एडवेंचर एक्टिविटी के शौकीन है तो यहां रैंबलिंग भी कर सकते हैं क्योंकि स्थानीय लोग यहां इसका काफी लुप्त उठाते हैं
अशोका जलप्रपात घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून होता है यानी कि जुलाई से लेकर अक्टूबर तक क्योंकि उस समय पर्याप्त मात्रा में पानी देखने को मिलेगा और साथ ही साथ चारों तरफ की घटिया हरी-भरी वादियां मनमोहक दृश्य आपको काफी सुकून पहुंचाएंगे।
6. कलसुबाई पीक प्वाइंट नासिक
महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी कलसुबाई पीक प्वाइंट जोकि नासिक से 59 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यदि प्रकृति प्रेमी है और आपको पहाड़ों में चढ़ाना पसंद है तो ये जहग आपके लिए बिलकुल परफेक्ट है।
पर्वत के शिखर पर पहुंचते ही आपको जो अद्भुत नजारा देखने को मिलता है उसका परिदृश्य आपकी आंखों में हमेशा के लिए एक सुंदर छवि बन कर नजर आएगा है ।
इस पीसफुल स्थान से शाम के सन सेट की रंग बिरंगी किरणों के साथ ढलते हुए सूरज को अपनी आंखों से देखना बेहद सुकून पहुँचता है मानो कुछ पल के लिए वक़्त यही ठहर सा जाये ।
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7. हरिहर किला नासिक
भारत में कई शानदार किले मौजूद है और उनकी कोई ना कोई चीज उन्हें खास बनाती है कुछ किले अपने इतिहास के लिए जाने जाते हैं तो कुछ अपने सुंदरता की वजह से लोगों में अलग पहचान बनाते हैं ।
उन्हीं में से एक नासिक जिले के अंतर्गत हरिहर फोर्ट अपनी बेहतरीन आर्किटेक्चर और सुंदरता के लिए संपूर्ण विश्व भर के पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है
नासिक से पश्चिम भाग में लगभग 41 किलोमीटर की दूरी पर ब्रह्म पर्वत पर स्थित हरिहर फोर्ट अपने एडवेंचर के लिए जाना जाता है और इसके ट्रैकिंग की शुरुआत कुर्तन बॉडी गांव से प्रारंभ होती है।
इस किले की सबसे खास बात यह है की इसे किसी खास तरह के पत्थरों से नहीं बनाया गया बल्कि पहाड़ को काट कर किले के रूप में तब्दील कर दिया गया है। इस ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए ना जाने कहां-कहां से लोग आते हैं
8. अलंग मदन कुलांग नासिक
नासिक से 45 किलोमीटर की दूरी पर अलंग मदन कुलांग एक प्राचीन किला है जिसे सैकड़ों वर्ष पहले राजाओं के द्वारा आसपास के क्षेत्रों की निगरानी करने के लिए बनाया गया था।
लेकिन आज के समय में एडवेंचर एक्टिविटी के साथ-साथ पहाड़ों की ट्रेनिंग के लिए काफी मशहूर है । यहां की एडवेंचर एक्टिविटी जिस तरह आपने फिल्मों में देखा होगा कि पहाड़ों में रस्सियों के द्वारा चढ़ते हैं ठीक उसी के अनुरूप इस किले में भी प्रवेश करने का रास्ता है।
वहां काफी सारे लोग इस एक्टिविटी को करवाने के लिए रहते हैं जिसका कुछ चार्ज करते हैं ।
9. आर्टिलरी म्यूजियम नासिक
नासिक में स्थित एक ऐसी जगह है जहां 1000 साल पुराने तोपों के गौरवशाली इतिहास को बहुत सहेज कर रखा गया है ऐसी जगह आप पूरे एशिया महाद्वीप में कहीं भी नहीं मिलेगी ।
छोटी सी छोटी और बड़ी से बड़ी यहां हर तोपों को बड़े प्यार और दुलार के साथ रखा गया है और उनके करीब जाने पर ऐसा लगता है कि आज भी यह युद्ध के मैदान में मोर्चा संभाले हुए खड़ी है।
प्राचीन समय में दौरान युद्ध में उपयोग किए जाने वाले तोपखाने आज भी इस आर्टिलरी म्यूजियम में रखे गए है।
यहां जाकर अब देख पाएंगे भारतीय विज्ञान के निरंतर प्रयास और समय के अनुसार तोपों की जनरेशन के बदलते हुए सफर को की आज और प्राचीन समय में कितना अंतर हुआ करता था । पर्यटकों को ये स्थान बहुत रास आता है ।
10. Someshwar Waterfall
नासिक से गंगापुर जाने वाली रोड पर लगभग 10 किलोमीटर आगे चलने पर आपको पड़ता है सोमेश्वर वॉटर पार्क जिसे दूधसागर झरना के नाम से भी जाना जाता है
गोदावरी नदी पर बनने वाला या खूबसूरत झरना महाराष्ट्र के प्रसिद्ध वाटरफॉल में से एक है इसका दीदार करने के लिए मुंबई ठाणे से पर्याप्त संख्या में टूरिस्टो का आना जाना लगा रहता है।
महाराष्ट्र में इसे नियाग्रा वाटरफॉल भी कहा जाता है और क्यों ना कहें यह है ही इतना खूबसूरत ।
11. फ्लावर पार्क
यह एक फूलों का बगीचा है इसके अंदर लगभग 6 लाख से भी अधिक रंग बिरंगे फूलों के छोटे बड़े पौधे मौजूद है इस पर मालिकाना अधिकार मिस्टर शशिकांत जाधव जी के पास हैं।
इसे कश्मीर के श्रीनगर में स्थित शालीमार बाग़ की तरह ही बनाया गया है यहाँ जाने के बाद आपको एक अलग ही एक्सपीरियंस होगा क्योंकि इतने सरे फूलो के बीच में और सुगन्धित वातावरण में परिवार के साथ घूमने फिरने का एक अलग लेवल का एक्सपीरियंस होगा ।
12. जवाहर लाला नेहरू वन उद्यान
नासिक की सबसे खूबसूरत पार्क में से एक जवाहरलाल नेहरू बाल उद्यान खास करके यहां की हरियाली और पार्क की डिजाइन आने वाले पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।
यह स्थान नासिक में फैमिली और बच्चों के साथ घूमने के लिए काफी अच्छी जगह है क्योंकि यहाँ बच्चे बहुत मस्ती करेंगे और उन्हें बहुत ज्यादा मजा भी आएगा।
13. Zonkar एडवेंचर पार्क
नासिक सिटी सेंटर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर Zonkar एडवेंचर पार्क स्थित है जिसमे स्पोर्ट्स कार की राइड कराई जाती हैं और उनका कुछ चार्ज निर्धारित होता है । जिसे pay करके एन्जॉय कर पाएंगे ।
इस सभी जगहों के अलावा भी नासिक में विश्व प्रसिद्ध धार्मिक एवं तीर्थ स्थल मौजूद है जहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है तथा यह बेहद दर्शनीय है चलिए जानते हैं नासिक में कौन से तीर्थ स्थल हैं जिनके बिना इसकी यात्रा अधूरी है-
नासिक के तीर्थ स्थल और घूमने लायक जगह
नासिक घूमने जा रहे हैं तो विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों को अवश्य विजिट करियेगा वरना आपकी अधूरी मानी जाएगी-
1. पंचवटी तपोवन

पंचवटी वही स्थान है जहां रावण ने सीता हरण किया था त्रेता युग के इतिहास का साक्षी रहा पंचवटी नासिक में गोदावरी नदी के तट पर स्थित है।
रामायण काल में भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण समेत अपने वनवास काल के कुछ समय नासिक के पंचवटी में बिताया था ।
इसका नाम पांच प्राचीन बट वृक्ष से लिया गया क्योंकि यहां पर 5 बट वृक्ष मौजूद है जिसकी वजह से इसे पंचवटी के नाम से जाना जाता है
इसके आसपास कई धार्मिक स्थान मौजूद है जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं
पंचवटी एक ऐसा धाम है जहां हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रहती है क्योंकि यहाँ भारी संख्या में भक्तगण भक्ति भाव से दूर-दूर से पंचवटी धाम में दर्शन के लिए आते हैं।
2. सीता गुफा
इस प्राचीन गुफा के अंदर भगवान श्री राम माता जानकी और लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित की गई हैं इसके अलावा गुफा के भीतर ही एक प्राचीन शिवलिंग मौजूद है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसे सीता माता ने अपने हाथों से स्थापित किया था और वह यहीं पर पूजा अर्चना किया करती थी ।
गुफा में अंदर जाने का रास्ता सकरा होने की वजह से श्रद्धालुओं को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ता है और बैठकर प्रवेश द्वार से अंदर जाना पड़ता है।
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3. कलाराम मंदिर
नाशिक क्षेत्र का सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है इसका निर्माण लगभग 2000 वर्ष पहले हुआ था फिर बाद में मुगल शासकों ने इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया था उसके बाद में 18 ईसवी में महाराष्ट्र के राजाओं के द्वारा इसका पुनर्निर्माण करवाया गया।
इस मंदिर की नक्काशी और शिल्पकारी काले पत्थरों से की गई है तथा इसके गर्भ गृह में विराजमान मूर्ति भगवान श्री राम माता जानकी और लक्ष्मण समेत पवन पुत्र हनुमान जी भी हैं जिनकी प्रतिमाएं भी काले रंग की है इसीलिए इस मंदिर को काला मंदिर के नाम से जाना जाता है।
4. सप्तश्रुंगी देवी
इन पहाड़ों के खूबसूरती भरा परिदृश्य , रास्ते, हसीन वादियां, हरी-भरी घाटियां आने वाले श्रद्धालुओं अपनी सुंदरता से मन मोहित कर देती ।
नासिक से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर सप्तश्रुंगी पर्वत गोंद में स्थित देवी मंदिर यहां के धार्मिक स्थल में काफी जाना माना स्थान है ।
मंदिर परिसर तक पहुंचने के दो ऑप्शन है पहला यह कि आप 510 चिड़ियों के चढ़कर पैदल यात्रा कर सकते हैं और दूसरा यह रोपवे के द्वारा बड़े आसानी से पहुंच सकते हैं
नवरात्रि के समय यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालु भक्ति भाव से देवी मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं उस समय इस शहर में बहुत ज्यादा भीड़ भी देखी जाती है
तो एक बार आप भी नासिक के सप्तश्रुंगी मंदिर में दर्शन करने जरूर जाइएगा क्योंकि यहां दर्शन के साथ-साथ प्रकृति से रूबरू होने का भी मौका मिलेगा।
5. रामकुंड
पंचवटी में स्थित राम कुंड के बारे में ऐसा भी कहा जाता है भगवान राम ने अपने पिता की अस्थियों को विसर्जित करने के बाद इसी कुंड में आकर स्नान किया था ।
तब से ऐसी मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है इसीलिए यहां श्रद्धालु इस कुंड में स्नान करके मोक्ष की कामना करते हैं।
6. त्रंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग नासिक
नासिक के त्रयंबक तहसील में बना यह भव्य मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिन्हें हिंदू तीर्थ में सबसे पवित्र और वास्तविक माना जाता है
ब्रह्मगिरि पर्वत की तलहटी में बसा इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 700 सीढ़ी लांग कर मंदिर शिखर तक पहुंचना होता है।
इन सीढ़ियां के चढ़ने के उपरांत रास्ते में राम कुंड लक्ष्मण कौन और गोमुख से निकलती हुई गोदावरी नदी का उद्गम स्थान देखने को मिलता है।
जब भी आप कभी नाशिक जाये तो भोलेनाथ के दर्शन करने जरूर जाइएगा ।
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7. तपोवन
दोस्तों पंचवटी के बाद नासिक का एक और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है तपोवन है
जैसा कि आपने रामायण में सुना होगा लक्ष्मण जी ने रावण की बहन सूर्पनखा का नाक काट दिया था यही वह जगह है जिसे हम तपोवन के नाम से जानते हैं .
और तपोवन में लक्ष्मण का शेषनाग अवतार के रूप में एक मंदिर भी है जो काफी शानदार है जानकारी के लिए बता दूं कि लक्ष्मण मंदिर दुनिया में इकलौता यही है ।
8.पांडव लेनी गुफाएं
महाभारत कालीनलगभग 5000 वर्ष पुरानी पांडव लेनी गुफाएं नासिक से 40 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है।
द्वापर युग में पांच पांडव यानी कुंती पुत्र युधिष्ठिर, भीम ,अर्जुन, नकुल, सहदेव अपने अज्ञातवास के कुछ समय नासिक स्थिति पांडवलेनी गुफाओं में ही समय बिताया था और यह गुफाएं उन्हीं की बनाई है तथा यहाँ 24 गुगाये एक लाइन बनी हुयी है ।
दोस्तों ये थी हमारे नासिक की प्रसिद्ध घूमने वाली जगह जहां सबसे ज्यादा पर्यटक इन्ही स्थानों को घूमने के लिए आते हैं ।
नासिक घूमने के लिए कितने दिन का समय होना चाहिए ?
नासिक के मोस्ट टूरिस्ट प्लेस को कवर करने के लिए आपके पास कम से कम 4 दिन का समय जरूर होना चाहिए क्योंकि ये सभी जगह 50 से 60 किलोमीटर के दायरे में स्थित है ।
नासिक कैसे घूमे ?
नासिक टूरिस्ट स्पॉट को घूमने के लिए पर्यटकों को यहां रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास कई सारे किराए पर बाइक देने वाले एजेंट बैठे हुए हैं जिनकी फॉर्मेलिटी कंप्लीट करने के बाद आपको किराए पर बाइक मिल जाएगी इनका ज्यादा चार्ज भी नहीं होता अगर आप स्कूटी लेते हैं तो 500 से ₹600 में आपको 1 दिन के लिए स्कूटी बड़े आराम से मिल जाएगी और दो लोग बैठकर सफर कर सकते हैं।
नासिक घूमने का कितना खर्च लग जाता है ?
दोस्तों यदि आप नासिक के पर्यटन स्थल और यहां के धार्मिक स्थलों को घूमने के लिए जाते हैं तो आपको वहां लगभग 3 दिन का समय लग जाएगा और यदि आप इन सभी स्थानों को घूमते हैं तब प्रति व्यक्ति लगभग ₹4000 का खर्च हो जाता है।
इस लागत में मैंने आपके नाशिक तक पहुंचने और आपके द्वारा की गई शॉपिंग को include नहीं किया गया है
इस खर्च में सिर्फ तीन दिन का रहने ,खाने पीने पंचवटी दर्शन और आसपास की पापुलर टूरिस्ट प्लेस को घूमने में लगने वाला ट्रांसपोर्टिंग खर्च को जोड़कर बता रहा हूं।
नासिक कैसे पहुंचे ?
महाराष्ट्र के नासिक शहर तक पहुंचने के लिए काफी ज्यादा आसान है कारण यह है कि भारत के विभिन्न राज्यों से रोड मार्ग ,वायु मार्ग और रेल मार्ग से वेल कनेक्टेड है-
ट्रेन से नासिक कैसे जाये
ट्रेन का सफर करते हुए नाशिक पहुंचने वाले यात्रियों के लिए इस का नजदीकी रेलवे स्टेशन नाशिक जंक्शन जहां भारत के विभिन्न राज्यों के छोटे बड़े जैसे दिल्ली ,मुंबई, चेन्नई बेंगलुरु ,भोपाल, कोलकाता ,अहमदाबाद ,लखनऊ इत्यादि शहरों से प्रतिदिन रेलगाड़ियों का आवागमन होता है
वायु मार्ग
यदि आप का माध्यम नासिक पहुंचने के लिए फ्लाइट है तो बता दू इसका नजदीकी एयरपोर्ट शहर से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां भारत के सभी बड़े शहरों से घरेलू उड़ानें प्रतिदिन होती हैं।
बाया रोड
यदि आप अपनी खुद की प्राइवेट कार से नासिक पहुंचना चाहते हैं तो यहां रोडवेज सुविधा काफी बेहतरीन है जो महाराष्ट्र के और आसपास के जुड़े हुए अन्य राज्यों से फोरलेन हाईवे से जुड़ा हुआ है और इसके अलावा आपको महाराष्ट्र के सभी शहरों से बस के माध्यम से नासिक तक पहुंचा जा सकता है।
निष्कर्ष
आशा करता हूं नासिक पर्यटन स्थल और नासिक में घूमने की जगह को मैंने आपको अच्छी तरह से बताया है जिसमें आपको नासिक घूमने में काफी ज्यादा सहूलियत होगी
यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करे और यात्रा से सम्बंधित कोई सवाल हो तो हमें कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
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