jaisalmer tourist place in hindi:-राजस्थान का एक शहर जो जाना जाता है गोलडेन सिटी के नाम से जो किसी ज़माने में जैसलमेर मुंबई से भी बड़ा व्यापारिक सेण्टर हुआ करता था । यहाँ की बंजर रेतीली भूमि ने हमें दिया है युद्ध में जीत और परमाणु बम की ताकत
इन सब के साथ- साथ रेगिस्तान की इस धरती में जो जैसलमेर में घूमने की जगह को बेहतरीन तरीके से अपने आपको पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करता है।
जैसलमेर जा कर आपको कुछ अलग ही अनुभव होगा क्योकि ये सभी शहरो से अलग है और चारो तरफ मरुस्थल देखकर पर्यटन घूमने की बेहतरीन फीलिंग आने बाली है ।
Table of Contents
जैसलमेर में घूमने की जगह । जैसलमेर पर्यटन स्थल
जैसलमेर घूमने के लिए 2 दिन पर्याप्त है लेकिन यदि आप चाहे तो 3 दिन भी रुक सकते है ।
जैसलमेर जो राजस्थान राज्य के पश्चिमी इलाके में स्थित है जयपुर से 550 किलोमीटर और जोधपुर से 280 किलोमीटर वही उदयपुर से 490 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ यह खूबसूरत रेगिस्तान जो दुनिया भर में पर्यटन क्षेत्र में प्रसिद्द है उन्ही में से ये सभी जगह है –
1. सैम सैंड डून्स । jaisalmer desert festival in hindi

जैसलमेर के थार रेगिस्तान में पर्यटकों को एन्जॉय करने का सबसे best है जहा पर आप राजस्थान की छवि को जैसलमेर के सैम सैंड डून्स में देखने को मिलता है –
सैंड डून्स जब आप पहुंचेंगे तो यहा पर आपको ढेर सारे डेजर्ट हाउस देखने को मिलेगा जहा आप किसी भी डेजर्ट में रुक सकते है हर किसी का चार्ज ऊपर नीचे हो सकता है ।
यहाँ पर एक दिन का चार्ज 2 लोगो के लिए 3000 से 4000 तक होता है जिसमे आपको मिलेगा नास्ता , लंच , डिनर , और ठहरने के अलाबा रात में यहाँ पर होता ही राजस्थानी कल्चर एक्टिविटी
सभी डेजर्ट हाउस में बीचो बीच राजस्थानी कल्चर एक्टिविटी जिसमे आपको देखने को मिलती है जो जैसलमेर घूमने का एक शानदार अनुभव प्रदान करती है
- कल्चर इवनिंग
- राजस्थानी फोक डांस
- open air culture shows
- राजस्थानी नाच गाने को enjoy कर सकते है
जब रात में आप इस शो में बैठेंगे तो चाय और नास्ते की व्यवस्था भी दी जाती है और इसी के साथ included होता है camal safary ये सब कुछ उसी पैसे में जुड़ा हुआ होता है ।
इसके अलाबा सैम डून्स में और भी एक्टिविटी का enjoyment ले सकते है जिसका अलग चार्ज देना होगा जैसे –
- कैमल सफारी
- जीप सफारी
- पैरासिलिंग
- Crowd Biking
- deset camping
- Sun set और sun rising
- एयर शो
- रात में राजस्थानी सांस्कृतिक वातावरण में नाच ,गाने।
जब भी जैसलमेर घूमने का प्लान करे तो यहाँ सैम सैंड डून्स के कैंप में एक दिन रुककर रेगिस्तान की खूबसूरती को अपनी फोटोग्राफी में जैसलमेर की खूबसूरती को कैद कर karna bilkul bhi miss na kare जहा रात में आप यहाँ की कैंपिंग के साथ देख पाएंगे-
साथ ही यहाँ के लोकल गावो को जैसे खूरी और कन्हाई गावो को देख सकते है जहा पर आप बिलकुल ठाट देशी राजस्थानी रहन सहन वातावरण का मजा ले सकते है ।
जैसलमेर में डून्स सैंड घूमने का सबसे अच्छा समय – ऑक्टूबर से अप्रैल तक का माना जाता है वैसे तो गर्मियों में भी यहाँ भरी मात्रा में पर्यटक जैसलमेर घूमने के लिए पहुंचते है लेकिन इस मौसम में रेगिस्तान की धुप में बहुत ज्यादा ताप्ती है होती है ।
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2. जैसलमेर का किला
दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तानी किला और राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला इस किले का निर्माण 1156 में यदुबंशी भाटी रावल जैसिंघ ने बलुए पत्थर से बनवाया था .
किले के चारो तरफ 99 किला बंदी मीनारे है जो मीलो दूर से दिखयी देती है खास तौर पर सनसेट और सनराइज के समय इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती जब पूरा किला गोल्डन दिखाई पड़ता है ।
ये किला दुनिया का सबसे पुराना एक मात्रा living fort है इसका मतलब एक किला जहा राजा के अलाबा गलियां , shoping hub , हवेलिया , म्युसियम मंदिर , होटल सभी एक साथ मौजूद है ।
और तो और जैसलमेर किला विश्व का इकलौता ऐसा किला जिसकी छत लकड़ी से बनी हुयी है और दीवारों पर गौमूत्र का लैप किया गया है पहाड़ी पर बना ए किला फेमस है अपने विशाल 4 प्रवेश द्वार के लिए जो इस प्रकार है –
- अक्षय पोल
- गणेश पोल
- सूरज पोल
- हवा पोल
इसके अलाबा इस खूबसूरत किला में कई और ऐतिहासिक धरोहर को आप देख सकते है जिनमे से प्रमुख है –
- शाही महल
- लक्ष्मी नाथ मंदिर
- दिलवारा शैली में निर्मित 7 जैन मंदिर जो
- सिटी व्यू पॉइंट जहा से जैसलमेर सिटी का सौंदर्य दृश्य दिखाई पड़ता है ।
3. हवेलिया
जैसलमेर प्रसिद्द है अपने सुन्दर नक़्क़शी दार मार्वल की हवेलियों के लिए जिन्हे 19 सेंचुरी में बनवाया गया था यहाँ 5 अलग – अलग हवेलियों का समूह है । जिनमे से –
- पटवों की हवेली – ये हवेली प्रसिद्ध है अपने सुन्दर खिड़कियों , बाल्कनिया , इंटीरियर डिज़ाइन और संग्रहालय सोने चंडी के आभूषण और कलाकृतिया मौजूद है ।
- मोती महल
- नथमल जी की हवेली
4. गाढ़ीसर झील gadhisar lake jaisalmer

जैसलमेर शहर के भीतर स्थित इस लेक में आप चाहे तो बोटिंग कर सकते है और यहाँ पर एक बाग़ है जो की इसे भी विजिट कर सकते है यहाँ पर आपको सुन्दर स्मारक देखने को मिलेगा ।
इस झील के किनारे बहुत सारे मंदिर देखने को मिलेंगे चाहे तो यहाँ भी विजिट कर सकते है । सनसेट के समय यहाँ का नजारा काफी खूबसूरत हो जाता है अगर आप कपल है एक बार इस लेक में आप जरूर विजिट करे ।
जैसलमेर में पानी के स्रोत के लिए रावल जैसल ने और बाद में 1367 में महाराज गड़सिंघ ने इसका पुनर निर्माण करवाया । ये झील कभी नहीं सोखने बाली लेक है जिसको गर्मिओ में इंद्रगढ़ी नगर से भरा जाता है ।
5. बाबा रामदेवरा समाधी टेम्पल
जैसलमेर के मुख्य देवता है ऋणी चारा धनि जी जिनका भव्य मंदिर और समाधी जैसलमेर के रामदेवरा में जिन्हे हिन्दुओं के द्वारा वृषनु का अवतार और मुस्लिमो के द्वारा राम पीर का रूप मान जाता है ,
रामदेव जी से जुड़े तथ्य-
- यह एक मात्र लोकदेवता थे जिनका राजस्थान के मारवाड़ के अलाबा गुजरात और पूरे भारत में भव्य मंदिर है ।
- ईक कबि थे जो मृत्यु के रूप में समाधी ली थी ।
- और तो और विश्व भर में इनका भव्य मंदिर है जो mumbasa केनिया ,paskistan जो पाकिस्तान में हिन्दुओं का दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है ।
6. अमर सागर झील
जैसलमेर से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यहाँ झील हमेशा पानी से भरी हुयी रहती यहाँ पर पर्यटक इसकी खूबसूरती को देखने के लिए हर समय मौजूद रहते है ।
झील के अलाबा इसके नजदीक में ही विजिट कर सकते है जैन मंदिर और शिव मंदिर जिसकी डिजाइन एक अपार्टमेंट की तरह है ।
7. डेजर्ट नेशनल पार्क
यदि आप प्रकृति प्रेमी है और पक्षियों और जानवरो को प्यार करते है तो ये जगह आपके लिए बिलकुल उपयुक्त है राजस्थान का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण है
डेजर्ट नेशनल पार्क जहा आपको रेगिस्तान में पाए जाने बाले बिभिन्न प्रकर के पक्षियों का समूह देखने को मिलता है । इसके अलाबा बिभिन्न जानवरो की फ़ौज देख सकते है ।
8. Akal wood Fossil – लकड़ियों के जीवाश्म
ये जगह फेमस है जीवाश्म के लिए यहाँ पर लगभग 18 करोड़ वर्ष पहले के जीवास्म मिले है जिसकी बजह से ये स्थान जैसलमेर में टूरिस्ट प्लेस बन चूका है ।
यहाँ पर पर्यटकों को देखने के लिए ऑस्ट्रेलियाई पक्षी और लकड़ी को पूरी तरह से पत्थर में बदलते हुए देख पाएंगे
इसे घूमने के लिए मात्र 10 रूपए का टिकट लेकर अंदर लकड़ी के जीवाश्म देख सकते है ।
9. कुलधरा गांव –kuldhara vilaage
ये वो गांव है जो एक ही रात में पूरा गांव खाली हो गया था जिसकी बजह से इसे भूतिहा जगह मना जाता है यहाँ पहुंचने पर आपको 200 वर्ष पुराने मिटटी के घर देखने को मिलते है ।
10. बारा बाग़ मंदिर
जैसलमेर के राजो की शाही समाधी स्थल या क्षत्रियो के सेट आप एक सामान देख सकते है जिसकी शुरुआत जैसिंघ समाधी के साथ 1764 में की गयी थी ।
11. युद्ध संग्रहालय जैसलमेर- War Musium
दोस्तों जैसलमेर से 10 किलोमीटर की दूरी पर बना है यह संग्रहालय जहा आपको भारत पाकिस्तान के कारगिल युद्ध में इस्तेमाल किये जाने बाले हथियार और कुछ हवाई जहाज देखने को मिल जाएगी ।
भारत पाकिस्तान युद्ध में इस्तेमाल किये गए औजारों को इस संग्रहालय में देख सकते है और जो भी पर्यटक जैसलमेर में घूमने की जगह दखने आते है वो यहाँ पर जरूर विजिट करते है ।
12. व्यास छतरी -Vyas ki Chhatri

जैसलमेर में घूमने की जगह में एक और शानदार प्लेस जहा आपको देखने को मिलेगा सनसेट शाम के समय ढलता हुआ सूरज आपकी पिकनिक को और ज्यादा बेहतरीन बना देगा ।
13. सोनार का किला
किला के प्रवेश द्वार पर अंकित रानियों के हाथो के निशान इसके बारे में बताया जाता है की जब अलउद्दीन खिलजी ने इस किले पर आक्रमण किया था और युद्ध के दौरान रानियों को सूचना मिली की महाराजा युद्ध में मारे गए।
तब रानियों ने जौहर कर लिया उन्ही के हांथो के निशान आज भी इस किला के मुख्य द्वारा पर गवाही देता है इसीलिए इस जगह को जौहर कुंड के नाम से जाना जाता है ।
दुनिया का एक मात्र ऐसा किला है जहा आज भी किला के भीतर 5 हजार लोग निवास करते है।
दोस्तों जब आप इस किले को देखेंगे तो आपको जीवित संस्कृति दिखाई देगी 860 साल से ज्यादा इतिहास संजोये ये किला और किला के परिवार जो पीढ़ियो से इसमें रह रहे है उनकी अपनी कुछ परम्पराये है रीति रिवाज है वो रीति रिवाज ठीक उसी तरह से कायम है ।
जब भी आप जैसलमेर में घूमने जाये तो यहाँ का सोनार किला घूमने अवश्य जाये ।
14. लौंगेवाला युद्ध बाथल
ये एतिहासिक जगह जैसलमेर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ये वही जगह है जहा पर 4 दिसम्बर 1971 की रात को मात्र 100 भारतीय सैनिको ने पाकिस्तान के 2000 से भी ज्यादा सैनिको तथा 60 टैंक्स को हराया था ।
यहाँ पर उस समय के हथियार , wepon टैंक्स, मशीन गन इत्यादि युद्ध में इस्तेमाल किये गए वस्तुओं और भी कई अन्य औजारों को देख सकते है ।
15. तनोट माता मंदिर
लौंगवाला से 35 तथा जैसलमेर से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस चमत्कारी मंदिर को जैसलमेर में घूमने लायक जगह में शामिल कर सकते है ।
इस मंदिर को चमत्कारी मंदिर इसलिए कहा जाता है क्योकि 1965 तथा 1971 भारत और पाकिस्तान युद्ध के दौरान यहाँ पर बहुत बम गिराए गए थे फिर भी मंदिर और भारतीय जवान बिलकुल सुरक्षित थे।
तब से इस मंदिर का रख रखाव Bsf के जवान करते है । यहाँ पर आज भी उस समय के ब्लास्ट हुए बम को देख सकते है । बॉडर बॉलीवुड फिल्म इसी पर आधारित है
16. ताजिया टावर
जैसलमेर में स्थित ये पांच मंजिला ईमारत जिसकी ऊंचाई की बजह से इसे बादल महल भी कहा जाता है यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र इस्लमिक संरचना में बना।
इसका सबसे ऊपरी हिस्से की नक्काशी बिलकुल ताजिया की तरह है इसीलिए इसे ताजिया भी कहते है । बर्तमानसमय में इसे म्यूजियम और herritage होटल में तब्दील कर दिया गया है
17. मार्किट एंड हेंडीक्राफ्ट
जब भी आप जैसलमेर घूमने जाये तो यहाँ की इस मार्किट को अवश्य विजिट करे क्योकि इस बाजार में आपको जैसलमेर की स्टाइल में खूबसूरत ड्रेसेस के अलाबा और भी अन्य बस्तुओं को खरीद सकते है जैसे –
- राजस्थनी जूतियाँ
- कैमल लेदर प्रोडक्ट
- पैच वर्क कपडे
- चांदी के आभूषण
- कठपुतलिया
- लकड़ी की मूर्तिया
- ऊनी कम्बल
- सूती और रेशमी कपडे
- पेंटिंग
- मिरर वर्क्स
Facts of jaisalmer
- क्या आप जानते है की भारत का सबसे पहला परमाणु का परीक्षण जैसलमेर में ही किया गया था।
- भारत का सबसे लम्बा इंटरनेशनल बॉर्डर इंडिया पाकिस्तान के बीच बना जैसलमेर में ही है ।
- जैसलमेर भारत का तीसरा और राजस्थान का पहला सबसे बड़ा जिला है ।
- जैसलमेर शहर की स्थापना श्री कृष्ण के बंसज यदुबंसी भाटी रावल ने 1156 ईस्वी में किया था ।
- क्या आप जानते है की ब्रिटिश शाशक से पहले जैसलमेर भारतीय व्यापारिक सेण्टर हुआ करता था लेकिन व्रिटिश शाशक के आगमन के बाद समुद्री मार्ग का विकास हुआ जिसके बाद सम्पूर्ण व्यापार मुंबई में चला गया ।
- क्या आप जानते है की राजस्थान में सबसे ज्यादा व्यर्थ और बंजर भूमि जैसलमेर में ही है जो 2500 किलोमीटर स्क्वैर के आस पास है ।
- भारत का दूसरा सबसे बड़ा पवन एनर्जी पार्क मौजूद है जिसे डेवलप किया है सुजलॉन एनर्जी ने
जैसलमेर कैसे जाये
दिल्ली से jaisalmer की दूरी ।।।। और जयपुर से 550 किलोमीटर दूर स्थित जैसलमेर में घूमने की जगह देखने के लिए काफी ज्यादा पर्यटकों की पसंदीदा पर्यटन स्थल है जहा गर्मियों में रेगिस्तान की तपती धूप में चाय का आनंद ले सकते है।
इसका नजदीकी airport जोधपुर है जहा से हर जगह की हवाई यात्रा उपलब्ध है अगर आप ट्रैन से आना चाहते है तभी आपको जोधपुर रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा और वहा से बस की सुबिधा सारा दिन रहती है ।
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जैसलमेर कैसे घूमे ?
अगर हम trsportation की बात करे तो जैसलमेर पर्यटन क्षेत्र को घूमने के लिए बाइक किराये पर ले सकते अलग अलग बाइक का diffrent चार्ज होता है जिसका एक दिन का 500 से 1500 के बीच निर्धारित होता है और यदि चाहे तो कार भी ले सकते है जिसमे माध्यम से पूरे जैसलमेर को बड़े आसानी से विजिट किया जा सकता है ।
जैसलमेर कैसे जाएं ?
दोस्तों जैसलमेर पहुंचने के लिए आपके पास 3 बिकल्प है जिनमे से –
पहला – बया ट्रैन अगर आप ट्रैन से यहाँ आना चाहते है तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जैसलमेर है जो भारत के बड़े शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जहा आपको लगभग सभी बड़े शहरो से रेलगाड़ी जैसलमेर पर्यटन के लिए मिल जाएगी ।
दूसरा – बया हवाई जहाज – यदि आप हवाई यात्रा कर यहाँ पहुंचना चाहे तो जैसलमेर का एयरपोर्ट आ कर वह से आप ऑटो या टैक्सी के द्वारा सिटी तक पहुंच सकते है
तीसरा – बया रोड दोस्तों यदि आपका माध्यम बस है तो आपको जैसलमेर के लिए दिल्ली , गुजरात , उत्तर प्रदेश से आपको डारेक्ट बस कन्नेक्टविटी मिल जाएगी ।
जैसलमेर से जुड़े पूछे जाने बाले प्रश्न
Q.1-जैसलमेर में घूमने कब जाये?
जैसलमेर की संस्कृति और और स्पेशली यहाँ सैम सैंड डून्स में घूमने का सबसे अच्छा समय ऑक्टूबर से अप्रैल तक का माना जाता है वैसे तो गर्मियों में भी यहाँ भरी मात्रा में पर्यटक जैसलमेर घूमने के लिए पहुंचते है लेकिन इस मौसम में रेगिस्तान
Q.2-जैसलमेर में क्या प्रसिद्ध है?
क्या आप जानते है की भारत का सबसे पहला परमाणु बम का परीक्षण जैसलमेर में ही किया गया था। इसके अलाबा यह प्रसिद्द है राजस्थानी संस्कृति और यहाँ के पर्यटन स्थल जो पूरे भारत में और कही नहीं है ।